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रविवार, 6 नवंबर 2022

भारतवासी जागो" प्रिया देवांगन "प्रियू" की रचना

 


सुनो सुनो नित ध्यान लगाओ।मन्द बुद्धि को जल्द जगाओ।।
झूठ व फरेब का दिन आया।घना अँधेरा कलयुग छाया।।

रोज नया आडम्बर रचते। आम आदमी भी ना बचते।।
अजब रही पैसों की माया। अंगारों पर जलती काया।।

आमदनी कम खर्चा ज्यादा। भूल गये रहने को सादा।।
विज्ञापन में चले जमाना। बिन सोचे समझे अपनाना।।

दौर मशीनों का यह आया। तन मन में आलस्य समाया।।
बढ़ी देह में जब बीमारी। मुश्किल से कटती जिनगानी।।

बढ़े देश में अत्याचारी। छूटे नहीं नित भ्रष्टाचारी।।
बनी नीम सी मानव वाणी। मृत्यु लोक की यही कहानी।।

ध्यान केंद्र कर आगे आओ। शिक्षा का तुम अलख जगाओं।।
दोष स्वार्थ का तुम भी त्यागो। भारतवासी अब तुम जागो।।



प्रिया देवांगन "प्रियू"
राजिम
जिला - गरियाबंद
छत्तीसगढ़
Priyadewangan1997@gmail.com


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