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सोमवार, 6 फ़रवरी 2017

डॉक्टर अनुपमा गुप्ता की रचना : पहेलियाँ

पहेलियाँ
1
बीच सड़क पर चीता लेटा 
चपटा-मोटा फ़ीता लेटा 
इस पर चढ़ कर जाते पार 
नहीं काटता, करता प्यार।



                        उत्तर- जेबरा-क्रासिंग 

२. 
लोकतंत्र मैं बहुत बड़ा हूँ 
तुम सब का मैं प्यारा देश 
तरह-तरह की बोली मुझमें 
तरह-तरह के मुझमें वेष! 



उत्तर-भारत 
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३. 
कम ऊँचाई पर मैं उड़ता 
ढेरों कामों से मैं जुड़ता 
मुझे चलाता है रिमोट 
एक तरह का मैं रोबोट! 



उत्तर-ड्रोन 
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4. 
फूल खिल गए चारों ओर 
चिड़िया चहकेँ,करतीं शोर 
तितली,मधुमक्खी भी तैरें 
मैं ऋतुराज बड़ा चितचोर! 



उत्तर-बसन्त ऋतु 
                           डाक्टर  अनुपमा  गुप्ता 

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