झूठ बोलने की सजा
बाघ आ गया बाघ आ गया,
कहकर चरवाहा चिल्लाया।
आये गाँव के लोग वहां तो,
बाघ किसी ने वहां न पाया।
झूठ बोलकर चरवाहे ने ,
बार बार विश्वास गवांया।
किन्तु बाघ जब सच में आया,
कोई बचाने उसे न आया।
झूठ बोलने वालों का तो,
हाल यही है होता आया।
दुनियां वालों को ऐसा यह,
काम कभी बिलकुल न भाया।
प्रभुदयाल श्रीवास्तव
छिंदवाड़ा ( मध्य प्रदेश )
बाघ आ गया बाघ आ गया,
कहकर चरवाहा चिल्लाया।
आये गाँव के लोग वहां तो,
बाघ किसी ने वहां न पाया।
झूठ बोलकर चरवाहे ने ,
बार बार विश्वास गवांया।
किन्तु बाघ जब सच में आया,
कोई बचाने उसे न आया।
झूठ बोलने वालों का तो,
हाल यही है होता आया।
दुनियां वालों को ऐसा यह,
काम कभी बिलकुल न भाया।
प्रभुदयाल श्रीवास्तव
छिंदवाड़ा ( मध्य प्रदेश )
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