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रविवार, 26 फ़रवरी 2017




झूठ बोलने की सजा


   बाघ आ गया बाघ आ गया,


   कहकर चरवाहा चिल्लाया।

    आये गाँव के लोग वहां तो,

    बाघ किसी ने वहां न पाया।

     झूठ बोलकर चरवाहे ने ,

    बार बार विश्वास गवांया।


     किन्तु बाघ जब सच में आया,

      कोई बचाने उसे न आया।

     झूठ बोलने वालों का तो,

      हाल यही है होता आया।

     दुनियां वालों को  ऐसा यह,

      काम कभी बिलकुल न भाया।


       
                      प्रभुदयाल श्रीवास्तव
                    छिंदवाड़ा ( मध्य  प्रदेश )

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