खतम हो गई छुट्टी अब तो,
रोज स्कूल जायेंगे ।
मम्मी भर दो टिफिन डिब्बा,
मिल बांटकर खायेंगे ।
नये नये जूता और मोजा,
नया ड्रेस सिलवायेंगे ।
नई नई कापी और पुस्तक,
नया बेग बनवायेंगे ।
नये नये सब दोस्त मिलेंगे,
उनसे हाथ मिलायेंगे ,
नये नये शिक्षक और मैडम
हमको खूब पढायेंगे ।
नहीं करेंगे अब शैतानी,
डांट नहीं अब खायेंगे ।
टीचर जी के होमवर्क को ,
पूरा करके जायेंगे ।
मन लगाकर पाठ पढेंगे,
अपना ज्ञान बढायेंगे ।
काम्पीटेशन के इस युग में,
अव्वल नंबर लायेंगे ।
महेन्द्र देवांगन "माटी"
गोपीबंद पारा पंडरिया
जिला -- कबीरधाम (छ ग )
पिन - 491559
मो नं -- 8602407353
Email -mahendradewanganmati@gmail.com
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