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सोमवार, 26 जून 2017

महेन्द्र देवांगन "माटी" की रचना : रोज स्कूल जाएंगे



खतम हो गई छुट्टी अब तो, 

रोज स्कूल जायेंगे ।

मम्मी भर दो टिफिन डिब्बा, 

मिल बांटकर खायेंगे ।


नये नये जूता और मोजा, 

नया ड्रेस सिलवायेंगे ।

नई नई कापी और पुस्तक, 

नया बेग बनवायेंगे ।


नये नये सब दोस्त मिलेंगे, 

उनसे हाथ मिलायेंगे ,

नये नये शिक्षक और मैडम 

हमको खूब पढायेंगे ।


नहीं करेंगे अब शैतानी, 

डांट नहीं अब खायेंगे ।

टीचर जी के होमवर्क को ,

पूरा करके जायेंगे ।


मन लगाकर पाठ पढेंगे, 

अपना ज्ञान बढायेंगे ।

काम्पीटेशन के इस युग में, 

अव्वल नंबर लायेंगे ।



                         महेन्द्र देवांगन "माटी"

                        गोपीबंद पारा पंडरिया 

                        जिला -- कबीरधाम  (छ ग )

                         पिन - 491559

                        मो नं -- 8602407353 

Email -mahendradewanganmati@gmail.com



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