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शुक्रवार, 16 जून 2017

अनिता हंस सूद की बालकविता :अनुभव






हारने से आदमी खत्म नहीं होता
वह तब खत्म होता है
जब वह हिम्मत हार जाता है।

          उस व्यक्ति के समान कोई दुखी नहीं
          जो सब कुछ चाहता है
          मगर करता कुछ नहीं।


कोई भी व्यक्ति वह बन सकता है
यदि वह जानता है कि
वह क्या कर सकता है।

           परिवर्तन के लिए समय की नहीं
           संकल्प की आवश्यकता होती है।

इतना मत खर्च करो,
कि कर्ज लेना पड़े
ऐसी आमदनी मत करो
कि पाप करना पड़े।



                                 अनिता हंस सूद
                                 एमिटी इंटरनेशनल स्कूल
                                 सैक्टर - 46ए
                                 गुड़गाॅंव


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