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रविवार, 6 मई 2018

महेन्द्र देवांगन की हाइकू शैली पर आधारित कविता : बेटी







(1)  भेद ना कर 

      बेटी बेटा समान

       अपना मान ।


(2)  बेटी पढ़ती 

       विकास है गढ़ती

        आगे बढ़ती ।


(3)   चुप रहती 

        सब कुछ सहती 

       सदा हंसती ।


(4)  काम करती 

       कभी नही थकती 

      ख्याल रखती ।


(5)  खुद पढ़ती 

        भाई को भी पढ़ाती

       गाना सुनाती ।


महेन्द्र देवांगन "माटी"

पंडरिया  (कवर्धा )

छत्तीसगढ़ 

वा . नं . 8602407353



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