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रविवार, 26 जुलाई 2020

ईश्वर की श्रृष्टि : शरद कुमार श्रीवास्तव की रचना






बच्चों तुम भी सत्य को जानो
भगवान् की श्रृष्टि को पहचानो
ईश्वर ने पहले विश्व बनाया
सागर बागों से खूब सजाया

कीट पशु पक्षी जीवजंतु सारे
उसके द्वारा ही निर्मित हैं सारे
मानव को वह विश्व मे लाया
उसको विधिवत् रोल बताया

तुम चाहे जिस काम को करना
प्रथम लक्ष तुम जीवित रहना
शेर सांप बिच्छू अरि कोरोना 
इनमे अपने जीवन मे न ढोना

जीवन रक्षण मूल लक्ष था
सब खाया जो भी भक्ष था
समाज बन गया भरा पेट जब
रोटी मकान की चिन्ता हुई तब

घर बिजली जल वायु प्राण बन
इन्हे पाने,कटे बन,हुआ प्रदूषण
मानव अब लो सचेत हो गया
माना थोड़ा वो सा लेट हो गया

वन रक्षण का प्रण भी वह लेगा
नस्लों को सांसे भी तो वह देगा
प्रभु की अनुशंसा है बहुत जरूरी
उस से आओ हम करें कम दूरी




       शरद कुमार श्रीवास्तव 

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