नाना की पिटारी इन्टरनेट पर छोटे बच्चों के लिए हिन्दी की, जून 2025 को प्रकाशित एकमात्र मासिक निशुल्क पत्रिका संपादक शरद कुमार श्रीवास्तव, मेरठ उ प्र ईमेल nanakipitari@gmail.com
रिमझिम रिमझिम बरसा पानी
भीगी धरती धानी धानी
पंछी जन ने पर फैलाए
फुदक फुदक कर खूब नहाए
भीगूँ मै भी है मेरा मन
धो लूँ अपना फूलों सा तन.
बुशरा तब्बसुम
रुडकी
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