बच्चों की निकली है टोली।
सबकी लगती मीठी बोली।।
खेल खेलते बच्चे सारे।
सुंदर सुंदर प्यारे प्यारे।।
मैदानों में दौड़ लगाते।
आगे पीछे सभी भगाते।।
मस्ती करते मिलकर बच्चें।
सदा बोलते हैं वे सच्चे।।
बाग बग़ीचे घुमने जाते।
ताजा ताजा फल है खाते।।
सुबह सुबह सब दौड़ लगाते।
सब शरीर को स्वस्थ बनाते।।
खट्टी मीठी करते बातें।
साथ एक दूजे के खाते।।
पढ़ते लिखते शाला जाते।
गीत कहानी रोज सुनाते।।
प्रिया देवांगन "प्रियू"
पंडरिया
जिला - कबीरधाम
छत्तीसगढ़
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें