नाना की पिटारी इन्टरनेट पर छोटे बच्चों के लिए हिन्दी की, जून 2025 को प्रकाशित एकमात्र मासिक निशुल्क पत्रिका संपादक शरद कुमार श्रीवास्तव, मेरठ उ प्र ईमेल nanakipitari@gmail.com
आओ हम सब खेले खेल,
पंक्ति बनाकर बनाये रेल।
कुछ बच्चे बन जाएं डब्बे,
भागे,दौड़े रेलमपेल।।
चिंटू बनकर इंजन आगे,
बाकी पीछे,पीछे भागे।
छूक,छूक छूक,छू का
आगे बढ़ती ,
दो पटरी पर सरपत् चलती।
बड़ा निराला है ये खेल
नियम जो तोड़े पहुंचे जेल।।
मंजू यादव
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