बोली से पहचानो बच्चो
कौन आपके पास खड़ा
कौन देह में छोटा तुमसे
बोलो तुमसे कौन बड़ा ।
बड़े ध्यान से सुनो बताओ
चीं चीं का स्वर किसका है
इंदु बोली दीदी यह तो
गौरैया के स्वर सा है।
कांवकांव की बोली कर्कश
कौन सुनाता है तुमको
बोला चीनू मुंडेरों पर
दिखते हैं कौए हमको।
कानों को चौकन्ना करके
म्याऊँ कौन बोलता है
गुड़िया बोली नन्हा बिल्ला
अपनी पोल खोलता है।
कोई बतलाए कुकड़ू कूँ
करके कौन जगाता है
मुर्गे का स्वर ही तो दीदी
निंदिया दूर भगाता है।
ऐसे ही अनेक जीवों के
स्वर बच्चों ने पहचाने
घूम-घूमकर चिड़ियाघर में
लगे सभी को सिखलाने।
हैं सबकी आँखों के तारे
सारे ये बच्चे प्यारे
यही देश के कर्णधार हैं
सही स्वरों के रखवाले।
वीरेन्द्र सिंह "ब्रजवासी"
9719275453
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