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गुरुवार, 6 अक्टूबर 2022

"हम भी गाँधी बन जायेंगे" : प्रिया देवांगन "प्रियू" की रचना

 




सदा सत्य की चलते राहें। नेक कर्म में फैले बाहें।।
दृढ़ निश्चय दिखलायेंगे। हम भी गाँधी बन जायेंगे।।

लक्ष्य साध कर भारतवासी। कर्म प्रबल नित बन सन्यासी।।
उच्च सोच अरु अविरल वाणी। निर्मल मन हमने है ठानी।।
सदा सफलता को पायेंगे। हम भी गाँधी बन जायेंगे।।

स्वच्छ रहेगा देश हमारा। और बढ़ेगा भाईचारा।।
क्रोध-मोह को तन से छोड़ें।जीवन से हर नाता जोड़ें।।
मातृभूमि की रक्षा होगी। नहीं रहेंगे ढोंगी जोगी।।
प्रतिपक्षी से टकरायेंगे। हम भी गाँधी बन जायेंगे।।

हमें चाहिये वो आजादी। जहाँ जन्म लेते फौलादी।।
चलें कदम जब मिलजुल साथी। जैसे चलते दल में हाथी।।
दोष बढ़े तब आये आँधी। रूह रूह में होंगे गाँधी।।
ज्ञानतत्व को फैलायेंगे। हम भी गाँधी बन जायेंगे।।



प्रिया देवांगन "प्रियू"
राजिम
जिला - गरियाबंद
छत्तीसगढ़

Priyadewangan1997@gmail.com

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