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गुरुवार, 6 अक्टूबर 2022

कितने जानवर (बाल कविता) सुशील शर्मा की रचना

 




उड़ कर आई चिड़िया एक।

दो तितलीयां वहाँ थी नेक।


तीनों मिलकर खेलीं खूब।

बकरी आई चरती दूब।


चारों गए पास के जंगल।

वहाँ चल रहा था इक दंगल।


वहाँ मिला इनको खरगोश।

भरा हुआ था उसमें जोश।


पांचों मिलकर दंगल लड़ते।

कमजोरों से वो सब भिड़ते।


तभी उन्हें कौवा टकराया।

सबने उसको दोस्त बनाया।


मिला सातवां उनको भालू।

जो बस खाता कच्चे आलू।


कौवे ने सबको भड़काया।

हाथी से लड़ने उकसाया।


हुआ शेर का गर्जन भारी।

अब सब भागे बारी बारी।


सब बच्चे मुझको बतलाओ।

सभी जानवर को गिनवाओ।





सुशील शर्मा

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