फुल्लूजी
फुल्लूजी को मिले पांच के,
पांच विषय में अंडे पांच।
इसी बात पर दादीजी से,
उन्हें पड़ गई जमकर डाँट।
पांच विषय में अंडे पांच।
इसी बात पर दादीजी से,
उन्हें पड़ गई जमकर डाँट।
वहीँ बड़ी दीदी ने पाया,
एक विषय में अंडा एक।
"और परिश्रम कर ले बिटिया,
दादी बोली उसको देख।
एक विषय में अंडा एक।
"और परिश्रम कर ले बिटिया,
दादी बोली उसको देख।
दुहरी बातें दादी जी की
नहीं समझ फुल्लू को आई,
अंडे ज्यादा मिलने पर भी,
उसको ही क्यों डाँट लगाईं।
प्रभुदयाल श्रीवास्तवस
नहीं समझ फुल्लू को आई,
अंडे ज्यादा मिलने पर भी,
उसको ही क्यों डाँट लगाईं।
प्रभुदयाल श्रीवास्तवस
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