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गुरुवार, 6 अप्रैल 2017

मधु त्यागी की रचना : तितली रानी




तितली रानी


रंग-बिरंगे पंखों वाली,

तितली रानी, बड़ी सयानी।

फूल-फूल पर मॅंडराती,

फूलों के रंग, पंखों में भर,

बच्चों को बहलाती हो।



सतरंगी पंखों के संग,

इठलाती, इतराती हो।

फूलों का रस पीकर,

चुपके से उड़ जाती हो।


फूल फूल पर, कली कली पर,

गुन -गुन, गुन-गुन गाती हो।

नीले,पीले,लाल, बैंगनी

सुंदर पंखों वाली तुम,

जब हम तुम्हे पकड़ना चाहे,

दूर कहीं उड़ जाती हो।




                             मधु त्यागी
                            ओ- 458 , जलवायु विहार
                            सैक्टर- 30 गुरूग्राम हरियाणा ।






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