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गुरुवार, 6 दिसंबर 2018

आओ बच्चों, मिलकर प्रण लें : अर्चना सिंह जया

आओ बच्चों, मिलकर प्रण लें, 
परीक्षा के भय को मन में न घर दें।
खेलकूद के समान ही अब हम ,
पढ़ने को भी उतना ही महत्तव दें।
एक समय में एक ही काम कर,
खेलकूद या पढ़ाई को वक्त दें।
विद्या धन है बड़ा अनमोल,
खर्च करो दोनों हाथ खोल।
ऊर्जा शक्ति होती तुममें अपार
नित अभ्यास से करो साकार।
आओ बच्चों, मिलकर प्रण लें।
नित परिश्रम का मंत्र अपना लो,
फिर जीवन के हर दौड़ में भागो।
नन्हीं चिड़िया व छोटी चींटी से,
खुद को उनसे कम न आॅंको।
अंदर की छुपी शक्ति को जानो,
कठोर संकल्प अब मन में ठानो।
मन के हारे, हार है जानो,
मन के जीते ,जीत है मानो।
आओ बच्चों, मिलकर प्रण लें, 
परीक्षा के भय को मन में न घर दें।



                        .........  अर्चना सिंह जया

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