नई सृजन की बेला आई , आओ कुछ निर्माण करें ।
आगे बढ़ते जायें हम सब , भारत माँ का नाम करें ।।
कदम रुके मत बाधाओं में , संकट से हम नहीं डरें ।
लक्ष्य साध कर बढ़ते जाओ , मन में अपना धीर धरे ।।
करें खोज विज्ञान जगत में , छू लें चाँद सितारों को ।
सृजन करें ऐसे हम साथी , माने सब उपकारों को ।।
मिटे गरीबी गाँवों के सब , ऐसे कोई सृजन करें ।
हाथों में हो काम सभी के, भूखों से अब नहीं मरे ।।
पढ़ लिखकर सब बढ़ते जायें , जग में ऊँचा नाम करें ।
भेदभाव को छोड़ साथियों , नहीं किसी से कभी डरें ।।
महेन्द्र देवांगन माटी (शिक्षक)
पंडरिया (कवर्धा)
छत्तीसगढ़
8602407353
mahendradewanganmati@gmail.com
बहुत बहुत धन्यवाद
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