मम्मी तुम मेरे लिये बस एक नई फ्राक लादो
कापी किताब और मुझे एक बैग दिलवादो
इस साल क्लास रूम मे फिर मुझे पढ़वादो
करोना से बोर हुई हूँ इसे ड॔डा मार भगादो
भैय्या संग बैठ ठाठ से बस में पढने जाऊंगी
घर मे अब नहीं खेलनास्कूल में पढने जाऊंगी
पिंकी रिंकू शौर्य सभी का एडमिशन करवादो
करोना से बोर हुए सब इसे डंडा मार भगा दो
खिलौनों संग खेल के हम तो बोर हुए जाते हैं
टेलिविज़न भी मम्मी न जरा देख हम पाते हैं
घर से बाहर फिर से माॅल मे शापिंग करवादो
कोरोना से बोर हुए सब इसे डंडा मार भगादो
किताबों को देखे हुए एक जमाना बीता गया
ऑनलाइन पढते हुए एक जमाना बीत गया
कुछ ऐसा कर दो मम्मी स्कूल मुझे दिखलादो
कोरोना से बोर हुए इसे धक्का मार भगा दो
शरद कुमार श्रीवास्तव
वाह वाह! सुन्दर रचना 👌।
जवाब देंहटाएंवाह वाह! सुन्दर रचना 👌।
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