मिठाई की एक दुकान मे दोपहर के समय दुकानदार अपने छोटे बच्चे को दुकान मे बैठाकर दुकान से पीछे लगी कोठरी मे सोने चला जाता था। उसने अपने बच्चे को कह रक्खा था कि अगर कोई ग्राहक आए तो मुझे जगा देना । एक दिन रामू और शामू नाम के नटखट लड़कों ने सोंचा कि कैसे मुफ्त मे मिठाई खाई जाऐ। वे उस मिठाई की दुकानपर पहुँचे और पूछा जलेबी क्या भाव है. छोटा बच्चे ने जाकर पापा को उठाया, तबतक रामू और शामू कहीं छुप गये। दुकानदार आया किसी को दुकान मे नहीं देखकर फिर सोने चला गया । रामू शामू फिर आये और काउन्टर पर लगी मिठाई निकाल कर खाने लगे । उन्होने बच्चे के टोकने पर कहा कि अपने पापा को बताओ चींटा मक्खी आऐ है। बच्चा चिल्ला कर बोला पापा, चींटा मक्खी आये है । पापा को नींद आ रही थी वे आलस कर बोले आने दे बेटा आने दे। बच्चा फिर चिल्लाया पापा चींटा मक्खी मिठाई खाये जा रहे हैं दुकानदार अलसाकर बोला खाने दे बेटा खाने दे. लड़के मजे से मिठाई खाकर चुपचाप चले गये. आलसी दुकान दार पड़ा सोता रहा।।
शरद कुमार श्रीवास्तव
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