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छन्न पकैया छन्न पकैया , बाल गणेश पधारे।
मूषक ऊपर सवार करके , आये मेरे द्वारे।।
छन्न पकैया छन्न पकैया , बच्चे उनको भाये।
सबके घर में जा जा कर के , लड्डू मोदक खाये।।
छन्न पकैया छन्न पकैया , सब को विद्या देते।
छोटे नटखट बाल गणेशा , कभी नही कुछ लेते।।
छन्न पकैया छन्न पकैया , गौरी पुत्र गणेशा।
माता जी है पार्वती और , पिता जी है महेशा।।
छन्न पकैया छन्न पकैया , सबके संकट हरते।
जो भी मांगे सच्चे मन से , झोली उसके भरते।।
प्रिया देवांगन "प्रियू"
पंडरिया
जिला - कबीरधाम
छत्तीसगढ़
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