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बुधवार, 26 जुलाई 2017

महेंद्र देवांगन की छत्तीसगढ़ी भाषा में शिव भजन






बम बम भोले 
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हर हर बम बम भोलेनाथ के  ,  जयकारा लगावत हे ।
कांवर धर के कांवरिया मन , जल चढाय बर जावत हे ।
सावन महिना भोलेनाथ के, सब झन दरसन पावत हे ।
धुरिहा धुरिहा के सिव भक्त मन , दरस करे बर आवत हे ।
कोनों रेंगत कोनों गावत , कोनों घिसलत जावत हे ।
नइ रुके वो कोनों जगा अब , भले छाला पर जावत हे ।
आनी बानी के फल फूल अऊ , नरियर भेला चढावत हे ।
दूध दही अऊ चंदन रोली , जल अभिसेक करावत हे ।
भोलेनाथ के महिमा भारी , सबझन माथ नवावत हे ।
औघड़ दानी सिव भोला के, सब कोई आसीस पावत हे ।

                      रचना 
                      महेन्द्र देवांगन माटी 
                      पंडरिया छत्तीसगढ़ 

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