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शुक्रवार, 16 अगस्त 2019

प्रिया देवांगन प्रियू की रचना : रक्षा बंधन




आ या है त्यौहार , रक्षाबंधन का आज।

भाइयों के सिर पर है , खुशियों का ताज।।

खिल उठी है मन में , खुशी की कलियाँ।
महक रही है आज ये , घर संसार और गलियां।।

मीठे मीठे पकवानो की , महक मन में आई है।
राखी से बहना , अपनी थाल सजाई है।।

वचन मांगती भाई से , मुस्कुराकर आज।
हमेशा पूरी करना मेरी , छोटी बड़ी काज ।।


प्रिया देवांगन प्रियू
पंडरिया  (कवर्धा)
छत्तीसगढ़

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