तभी दूसरी ओर अतुल और इशिता का शोर सुनकर उनकी मम्मी दौड़ कर आती है, और कहती हैं," अरे! बच्चों तुम दोनों किस बात पर इतना शोर कर रहे हो? तभी अतुल कहता है ,"मम्मा-मम्मा देखो न इशिता को इतना भी नही पता कि वायरस क्या होता है"?यह कह रही है कि वायरस तो डाकू है जो सबको परेशान कर रहा है और उन्हें मार भी रहा है इसको तो पुलिस ही पकड़ कर जेल में डाल सकती है। यह कहते ही अतुल जोर से हंसने लगता है ,तभी माँ कहती है "नहीं- नहीं बेटा अपनी छोटी बहन की बातों पर हँसते नहीं है अगर उसे कुछ पता नहीं है, तो उसको समझाते हैं"। तुम उसकी मदद नहीं करोगे तो कौन करेगा?इतना सुनते ही अतुल कहता है हाँ- हाँ मम्मा आप ठीक कह रहे हो। अब इशिता मम्मी से कहती है कि मम्मा आप ही बताइए न ये वायरस क्या है?भैया तो कुछ बता ही नहीं रहे बस हँसते ही जा रहे है।
अब मम्मी कहती है ,कि तुम दोनों इधर आओ मैं तुम्हें बताती हूँऔर मम्मी कहती है," कि वायरस तो बहुत छोटे- छोटे कीटाणु होते हैं जिन्हें हम माइक्रोस्कोप की सहायता से ही देख सकते है"। तभी अतुल बोल पड़ता है कि इशिता अब तुम सोचोगी कि ये माइक्रो स्कोप क्या होता है?इशिता कहती है कि हाँ हाँ भैया बताओ न,तब अतुल बताता है कि, "माइक्रो स्कोप एक यंत्र (instrument) होता है जिसके द्वारा हम सूक्ष्म से सूक्ष्म अर्थात छोटे से छोटे कीटाणुओं को देख सकते है"।
यह कीटाणु हमें बिना इस यंत्र के दिखाई नहीं देते हैं किन्तु ये हमारे आस-पास के वातावरण में ही पाए जाते है।वायरस भी ऐसे ही होते है। अब उनकी मम्मी बताती है कि कुछ वायरस कम नुकसान पहुँचाते है तो कुछ ज़्यादा जैसे कि हमें आमतौर पर जब कभी खाँसी -जुकाम होता है तो वह चार या पाँच दिनों में ठीक हो जाता है ।यह भी हमें वायरस के कारण ही होता है जो कि हमें ज्यादा नुकसान नहीं पहुँचाता है।जिस वायरस ने चारों ओर हाहाकार मचाया हुआ है उसका नाम 'कोरोना वायरस 'है और यह एक जानलेवा वायरस जो कि पलक झपकते ही लोगों की जान ले लेता है। तभी अतुल बोल पड़ता है ,कि हाँ -हाँ मम्मा मुझे पता है यह वायरस तो एक -दूसरे के सम्पर्क में आने से और भी जल्दी फैल जाता है तभी इशिता बोलती है हाँ -हाँ मम्मा देखों न ,तभी तो हमारे स्कूल भी इन दिनों बंद कर दिए गए हैं और आनलाइन पढाई हो रही है ।अब तो हमारा घर में मन भी नही लगता बस जल्दी से स्कूल खुल जाए फिर हम पढाई के साथ -साथ स्कूल जाकर खूब मस्ती भी करें।
तभी मम्मी कहती है ,हाँ -हाँ बच्चो जल्द ही तुम्हारे स्कूल भी खुल जाएँगे और तुम सब भी पहले जैसी मस्ती कर पाओगे कयोंकि इस जानलेवा वायरस की वैक्सीन भी अब बन गई है और धीरे -धीरे यह सबको लग जाएगी तब सब कुछ पहले जैसा ही हो जाएगा।
मम्मी बोली तुम्हें तब तक मेरी कुछ बातें माननी होगी। बोलों मानोगे ? अतुल और इशिता दोनों कहते है ,हाँ- हाँ मम्मा जल्दी बताओ , हम तो स्कूल जाने के लिए कुछ भी करेंगे। आपकी सारी बातें मानेगे। तब मम्मा कहती है कि वादा करो कि इस कठिन समय में हमें एक दूसरे का साथ देना है और कोरोना से बचने के लिए जब भी हम घर से बाहर निकले तो मास्क लगाना है, सबसे दो गज की दूरी रखनी है, हाथों को बार बार साबुन से धोना होगा और साथ ही कोरोना की वैक्सीन लगवानी होगी तभी हम कोरोना को हरा पाएँगे और संसार की खुशियों को वापिस लौटा पाएँगे दोनों बच्चे अपनी मम्मी की बात मान जाते है और खुशी से उछल पड़तेज है।
अंजू जैन गुप्ता
संदेश परक पोस्ट के लिए रचनाकार को बधाई.....
जवाब देंहटाएं