1 अप्रैल 1957 को भारतीय मुद्रा का मैट्रिक करण किया गया और नया पैसा वजूद मे आया जिसमे एक रुपए का मान 100 नया पैसा हो गया था । वर्ष 1964 मे नये पैसे की नामांतरण सिर्फ पैसा हो गया और नया शब्द हमेशा के लिए हट गया। इसके पहले जब मैट्रिक प्रणाली नहीं थी तब निम्न प्रकार की मुद्रा प्रणाली चलती थी ।
भारतीय स्टेट बैंक, द्वारा
अंतर्जाल से संकलित
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