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सोमवार, 6 फ़रवरी 2023

तितली रानी बालगीत

 





"तितली रानी"

देखो तितली रानी आयी।
नील गगन में पँख फैलायी।।
नीली पीली भूरी काली।
कुछ तितली हैं कितनी लाली!!

छोटी छोटी आँखें होती।
इन आँखों से स्वप्न सँजोती।।
सुंदर सुंदर डाली डाली।
और कभी लगती मतवाली।।

पुष्प रसों का सेवन करती।
तनिक पेट अपना वह भरती।।
मीठी मीठी बोले बानी।
सुनो ध्यान से सभी कहानी।।

स्पर्श करो तो वह डर जाती।
नाखुश होकर फिर उड़ जाती।।
तितली रानी बड़ी सयानी।।
दिनभर करती है मनमानी।।




रचनाकार
प्रिया देवांगन "प्रियू"
राजिम
जिला - गरियाबंद
छत्तीसगढ़
Priyadewangan1997@gmail.com

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