एक नटखट बंदर मो
मुश्किल से मैं उसको झेलूं
कभी चढ़ा कुर्सी पर
तो कभी छत पर
परीक्षा का बुखार है उतरा
तो क्रिकेट के
मैदान पर उतरा
घुटने पर चढ़ी पट्टी
फिर भी चल रही मस्ती
टी वी की तो खैर नहीं
महफिल घर पर ही जमीं
क्रिकेट की बॉल गुमी
विडियों गेम की तार टूटी
दो चार पुस्तकें गुमी
होने लगी घर पर छिना झपटी
पंद्रह दिन में आया बुखार मुझे
शिक्षा विभाग से होने लगी
शिकायत मुझे
क्यों मिलती है इतने दिनों की
छुट्टी उसे?
सुधा वर्मा ,
प्लाट नम्बर 69, "सुमन"
सेक्टर -1,गीतांजली नगर रायपुर
पिन -492001
मुश्किल से मैं उसको झेलूं
कभी चढ़ा कुर्सी पर
तो कभी छत पर
परीक्षा का बुखार है उतरा
तो क्रिकेट के
मैदान पर उतरा
घुटने पर चढ़ी पट्टी
फिर भी चल रही मस्ती
टी वी की तो खैर नहीं
महफिल घर पर ही जमीं
क्रिकेट की बॉल गुमी
विडियों गेम की तार टूटी
दो चार पुस्तकें गुमी
होने लगी घर पर छिना झपटी
पंद्रह दिन में आया बुखार मुझे
शिक्षा विभाग से होने लगी
शिकायत मुझे
क्यों मिलती है इतने दिनों की
छुट्टी उसे?
सुधा वर्मा ,
प्लाट नम्बर 69, "सुमन"
सेक्टर -1,गीतांजली नगर रायपुर
पिन -492001
बहुत बढ़िया कविता
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत बधाई