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सोमवार, 16 अक्टूबर 2017

शरद कुमार श्रीवास्तव की बालकथा : चीकू को सड़क पार करना आता है




चीकू को सड़क पार करना आता है


नानाजी के साथ चीकू भैया बाजार गए थे।   मां ने शायद सेब मंगाए थे।   चीकू भैया रोड पर हाथ  छुड़ा कर भागने लगे।    नाना जी ने उनका हाथ जोर  से पकड़ लिया और सड़क पर जहां काली सफ़ेद लकीरें बनी थी वहाँ से चीकू का हाथ  पकडे बड़ी सावधानी से सड़क पार किया।
चीकू भैया ने बाज़ार में घोडा गाड़ी देखी। घोडा गाड़ी को खींच रहा था  गाडी में कई व्यक्ति बैठे थे तथा बहुत सामान लादा भी हुआ था चीकू भैया ने नाना जी से पूछा यह क्या है नानाजी ने बताया कि यह एक  घोडा गाड़ी है इसको घोडा खींच रहा है घोडा बड़ा ताकत वाला प्राणी है चीकू भैया ने कहा  इस पर तो बहुत सामान भी लदा है और बहुत सारे लोग बैठे भी है फिर चीकू ने पूछा नानाजी इसे इतनी ताकत कहाँ से मिलती है नाना जी ने कहा कि  यह तुम्हारी तरह नहीं है दूध और  खाना देख कर भाग खड़ा हो यह खूब खाता है तभी वह  खूब काम भी कर पाता है नानाजी यह क्या खाता है चीकू भैया ने पूछा! नाना जी ने बतलाया कि यह घास खाता है चीकू भैया ने धीरे से कहा, तभी तो!  अगर दूध  पीना पड़ता तो पता चलता।

नाना जी और चीकू भैया  सेब लेकर घर चले आये घर आने पर चीकू ने नानू से पूछा कि  आप रोड पर  मेरा हाथ क्यों पकडे रहे अब तो मैं बड़ा हो गया हूँ. अकेले चल सकता हूँ ! हाँ बेशक बड़े हो गए हो परन्तु रोड पार करने के मामले में अभी तुम बहुत छोटे हो, रोड पार करने  में  बहुत बातों का ध्यान रखना पड़ता है अच्छा यह बतलाओ कि रोड पर कई  रंगो कि लाइटे लगी है जो गाडी को आने जाने का सिग्नल देती हैं उनके बारे में तुम क्या जानते हो ?
चीकू को पता था।  उनकी मम्मी ने बता रखा था कि ऊपर रेड लाइट होती है जिस के जलने से गाड़ियां रुक जाती है बीच में येलो लाइट, वेट करने के लिए  तथा नीचे ग्रीन लाइट होती है जिसे देख कर गाड़ियां चल पड़ती है।   आशी बोली नानाजी आपको एक बात बताऊँ कल रेड लाइट पर खड़े पुलिस अंकल ने  पापा से रुपये लिए थे। चीकू बोला हाँ नानू, पापा की गाडी रेड लाइट से थोडा आगे गाडी निकल गयी तो  पुलिस अंकल ने पापा को फाइन किया बड़े गंदे हैं पुलिस अंकल ! ठीक है ठीक है अच्छा बच्चों, यह बताओ, अगर गाडी थोडा आगे बढ़ जाती और दूसरी तरफ से  आती गाडी से भिड़ जाती तो क्या एक्सीडेंट नहीं हो जाता । गाडी टूटती और एक आध लोगो को चोट भी लग सकती थी ।  इसलिए पुलिस अंकल ने फाइन करके अपनी डियूटी भी की  और पापा को आगे से सावधान भी किया।
अच्छा बताओ, छोटे  बच्चो  को सड़क पर किस तरह चलना चाहिये । चीकू भैया ने कहा कि हम बच्चों को बड़ों के साथ ही सड़क पर जाना चाहिए और रोड  ज़ेबरा क्रोस्सिंग पर या सबवे पर ही पार करनी चाहिए जहां ओवरब्रिज हैं वहाँ उनका इस्तेमाल करना चाहिए । नाना जी ने कहा, शाबाश बच्चों, तुम्हे तो सब मालूम है
अच्छा तो यह भी मालूम होना चाहिए कि सड़क के एकदम बाएं चलते हैं और साईकिल रिक्शा की घंटी और कार मोटर के हॉर्न कि आवाज़  का ध्यान  रखते है!  हैं ना बच्चों ?



                                   शरद  कुमार  श्रीवास्तव 

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