चलो मनायें खुशियाँ साथियों, मिलकर दीप जलायेगे ।
हर घर में उजियारा लाकर , खुशियाँ साथ मनायेंगे ।
पढ़ लिखकर सब आगे बढे, अज्ञानता को मिटायेंगे ।
हर हाथ को काम मिले , देश को आगे बढायेंगे ।
चमक उठे सबका किस्मत, ऐसे दीप जलायेगे ।
दूर करें हम अंधकार को , सबको राह दिखायेंगे ।
भेद भाव को दूर करेंगे, मन में कपट न लायेंगे ।
जब तक दूर न हो जाये अंधेरा, एक एक दीप जलायेगे ।
प्रिया देवांगन "प्रियू"
पंडरिया (कवर्धा )
छत्तीसगढ़
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