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रविवार, 26 नवंबर 2017

शरद कुमार का बालगीत : नानी की खीर




नानी जी ने  खीर बनाई
मुन्नी कटोरी लेकर आई
नानी मुझे खीर है खाना
बोली नानी रुक भी जाना

देखो खीर अभी गरम है
प्यारी खुश्बू खूब नरम है
ठाकुर को मैं भोग लगा दूँ
फिर तुमको खीर खिला दूँ


                                शरद  कुमार  श्रीवास्तव

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