बरसा रानी बरसा रानी ,
जल्दी से तुम आओ ।
खेत सारे सूख गयें है ,
हरियाली तुम लाओ ।
सबको है इंतजार तुम्हारा ,
कब तक तुम आओगे ।
सबके मन में खुशियाँ ,
कब तक तुम लाओगे ।
जल्दी से तुम आ जाओ ,
इंतजार मत कराओ ।
सूख रहे हैं कंठ हमारे ,
जल्दी प्यास बुझाओ ।
जब तुम आओगी ,
चारों तरफ हरियाली होगी ,
सब किसानों के मन मे
खुशहाली होगी।
प्रिया देवांगन "प्रियू"
पंडरिया (कवर्धा )
छत्तीसगढ़
बहुत सुंदर रचना
जवाब देंहटाएंअति सुंदर कविता
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