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गुरुवार, 16 सितंबर 2021

हिंदी दिवस*



बोलेंगे हम मिलकर हिंदी।
माथा इसकी लगती बिंदी।।
हिन्द देश के हम है वासी।
बनों नहीं अंग्रेजी दासी।।

अंग्रेजी को मार भगाओ।
हिंदी सीखो और सिखाओ।।
हिंदी को पहचान बनाओ।
बच्चें बूढ़े सभी जगाओ।।

हिंदी भाषा होती प्यारी।
बोलेंगे हम जीवन सारी।।
समय-समय पर बदलो भाषा।
हिंदी है सबकी अभिलाषा।।

मातृ शक्ति हिंदी कहलाती।
मानव की पहचान बनाती।।
हिंदी हिंदुस्तान हमारी।
होती सबकी राज दुलारी।।

रचनाकार
प्रिया देवांगन "प्रियू"
पंडरिया
जिला - कबीरधाम
छत्तीसगढ़

Priyadewangan1997@

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