आओ बच्चों हम सब मिलकर,
15 अगस्त का जश्न मनायें |
इसी दिन सन् 1947 को हम सब
तोड़ गुलामी की जंजीरें,
अंग्रेजों से आजाद हुए थे |
बड़ा पावन अवसर था उस दिन,
जब लाल किले पर फहराया था
बड़ी शान से भारत का तिरंगा
दूर फिरंगी को करके हमने भी
बजा दिया था आजादी क डंका |
याद किया उन वीर शहीदों को,
जिन्होंने आजादी की खातिर,
निज प्राणों को किया कुर्बान,
ऐसे वीर सपूतों को हम,
बार बार करते हैं प्रणाम |
आजादी की रक्षा करना ,
अब हमारा कर्तव्य है |
दुश्मनों से हरदम बचाना,
अब हमारा धर्म है |
,
सबसे प्यारा, सबसे न्यारा
देश हमारा हिन्दुस्तान |
इसकी शान न जाने पाये,
चाहे जान भले ही जाये |
जय हिन्द, जय भारत!
मंजू श्रीवास्तव हरिद्वार
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