एक चुहिया एक बनिया की दुकान से छुपा कर मैदा घी और गुड़ लेकर आई. उससे उसने कुछ पुऐ बनाए . पुऐ बनने की खुशबू चुहिया के बिल से निकल कर बिल्ली की नाक मे पहुँची . उसने पूछा क्या बन रहा है. हमे भी खाने को दो. चुहिया अपने बिल से ही बोली पुऐ , लेकिन आप से मतलब. आप हैं कौन ?
बिल्ली बोली — मेरा नाम है बिल्ली रानी
मै दिल्ली की महारानी
जिसने मेरी बात न मानी
उसकी तो खतम कहानी
चुहिया ने जल्दी से कुछ पुऐ बाहर कर दिये कहा लीजिये महारानी जी, अपना हिस्सा खाइये और जाइये।
बिल्ली ने बड़े चाव से खाया
वह फिर चुहिया से बोली और लाओ. चुहिया भला क्या करती डरकर, उसने अपना हिस्सा भी दे दिया. उसको खाकर भी बिल्ली बोली तुम कितनी अच्छी हो चुहिया रानी बाहर आओ अपना प्राइज तो ले जाओ. चुहिया डर के मारे बिल मे छुप कर बैठ गई । लेकिन उसकी लम्बी दुम बिल से बाहर निकली थी . अब क्या था बिल्ली ने उसकी दुम पकड़ कर चुहिया को बाहर निकाला और उसे भी खा गई।
रास्ते मे बिल्ली को एक तोंता मिला . वह बोला अरे कोई देखे तो यह बिल्ली कितनी मोटी है.
बिल्ली बोली — मेरा नाम है बिल्ली रानी
मैं दिल्ली की महारानी
जिसने मेरी हँसी उड़ाई
उसकी तो खत्म कहानी
तोता, बिल्ली का मोटा पेट देख कर बोला कि सबेरे सबेरे क्या खा कर आई हो?
बिल्ली बोली चुहिया ने पुऐ दिये थे वो खाया फिर चुहिया का हिस्सा छीन के खाया, फिर चुहिया को पकड़ के खाया। तुम ज्यादा बोल रहे हो तुम्हे भी खा जाती हूँ। वह तोते को भी पकड़ के खा गई।
थोड़ी दूर पर बन्नी खरगोश ने देखा तो वह बिल्ली को देखकर खूब हँसने लगा इतनी मोटी बिल्ली तो उसने पहले कभी देखी नहीं थी एकदम गोलमटोल डिब्बे जैसी है।
बिल्ली बोली- मेरा नाम है बिल्ली रानी
मैं दिल्ली की महारानी
तूने मेरी हँसी उड़ाई
अब तेरी खत्म कहानी।
बिल्ली झपट कर खरगोश को भी खा गई। अब तो उसका पेट और फूल गया उससे चला भी नही जा रहा था । उसे रास्ते एक बकरा मिला । उसकी बड़ी बड़ी सीगें थी . बिल्ली उसके सामने से निकली वह कुछ नहीं बोला । बिल्ली बकरे से बोली- चुहिया के दिये पुए खाऐ , चुहिया के पुऐ छीन के खाऐ चुहिया को पकड़ के खाया तोते को खाया फिर खरगोश खाया अब अगर तूने कुछ बोला तो तुझे खा जाऊँगी. बकरा अपनी सीगें लोहार के यहाँ से मढ़ाकर लौटा ही था उसे गुस्सा आ गया . वह बोला तूने कमजोर कमजोर को खाया है . अब तेरा पाला मुझ से पड़ा है. देखता हूँ तू मुझको कैसे खाती है . बस वह बड़ी दूर से और बड़ी जोर से दौड़कर आया और अपनी सीगं की टक्कर बिल्ली के पेट मे मारी कि बिल्ली का पेट फट गया . चुहिया तोता और खरगोश बकरे को थैन्क्स कहते हुऐ अपने अपने घर चले गये। ।
शरद कुमार श्रीवास्तव
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