गोलू आओ, मोलू आओ,
मोनीचंद बतोलू आओ,
प्रेम एकता भाईचारा,
सारी दुनियाँ में फैलाओ।
घर से दूध जलेबी लाओ,
सबके साथ बैठकर खाओ,
कम मिलने पर जोभी रूठे,
सारे मिलकर उसे मनाओ।
रंग - बिरंगी नाव बनाओ,
पानी में उनको तैराओ,
सिर्फ दोस्ती रखो सभी से,
कुट्टी करके मत दिखलाओ।
सोओ जल्द शीघ्रउठ जाओ,
नहीं समय को व्यर्थ गंवाओ,
खोया समय नहीं लौटेगा,
सदा सत्य को गले लगाओ।
मात-पिता को सीस नवाओ,
खा पीकर विद्यालय जाओ,
ध्यान लगाकर करो पढ़ाई,
नहीं गुरु की हंसी उड़ाओ,
अश्वथ,फ्योना तुमभीआओ,
अन्वी, अस्मी को भी लाओ,
देखो कोयल कुहुक रही है,
मीठे स्वर का साथ निभाओ।
गोलू आओ-----------------
वीरेन्द्र सिंह ब्रजवासी
मुरादाबाद
उत्तर प्रदेश,
9719275453
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