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मंगलवार, 6 दिसंबर 2022

"मैं बालक नादान" प्रिया देवांगन "प्रियू की रचना

 


मैं छोटा बालक नादान।
ईश! मुझे देना वरदान।।

मंदिर जाऊंँ सुबहो-शाम।
निशदिन लूँ मैं तेरा नाम।।

रोज सुबह मैं करता योग।
मुझे देख कर भागे रोग।।

उछल-कूद है मेरा काम।
मुझे कहाँ मिलता आराम।।

बैट बाल अरु गाड़ी रेल।

छुपम छुपाई खेलूँ खेल।।

बगिया जाऊंँ दादू साथ।
पकड़े रहते मेरे हाथ।।

पढ़-लिख कर मैं पाऊंँ ज्ञान।
मैं छोटा बालक नादान।।




प्रिया देवांगन "प्रियू"
राजिम
जिला - गरियाबंद
छत्तीसगढ़
Priyadewangan1997@gmail.com

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