छोटी सी जिंदगी है ,
हमेशा मुस्कराना सीखो।
अपने बीते लम्हो को ,
प्रेम से सजाना सीखो।
1 क्या रखा है इस दुनिया में ,
मुस्कुरा के जीना सीखो।
चार दिन की है ये जिंदगी ,
इसको स्वर्ग बनाना सीखो।
कल क्या होगा इतना न सोचो,
जो आज हो रहा है उसमें जीना सीखो।
हार मान कर बैठने से कुछ नही होगा,
मन में हौसला बनाना सीखो।
हमेशा मुस्कुराना सीखो।
हमेशा मुस्कुराना सीखो ।
प्रिया देवांगन "प्रियू"
पंडरिया (कवर्धा )
छत्तीसगढ़
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