सयानी चिडिया
नीले पंखों वाली चिडिया
बडी सयानी लगती है।
नन्हीं प्यारी आँखों से
जग निहारा करती है।
रोज सवेरे सबसे पहले
समूचा आकाश नापती है।
भर के चोंच में दाने अपने
नन्हें बच्चों को खिलाती है।
चूँ -चूँ करके राह देखते
माँ को देख बच्चे कहते
कब आएँगे पंख हमारे ?
दुनिया हमें दिखा दो माँ
उड़ना हमें सिखा दो माँ
माँ कहती - थोडा सब्र करो
दाने खाकर बडे बनो।
जल्द आएँगे पंख तुम्हारे
देखोगे सुंदर नजारे
होगा तुम्हें सुखद अहसास
सुनकर माँ की मीठी बातें
सो जाते सपनों में जाकर।
मधु चोैहान
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