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सोमवार, 26 नवंबर 2018

सर्दी आई (चौपाई छन्द) : महेन्द्र देवांगन माटी





सुबह सुबह अब चली हवाएँ  । सर्दी आई जाड़ा लाए ।
ओढे कंबल और रजाई । हाथ ठिठुरते देखो भाई ।।
धूप लगे अब बड़े सुहाना  । बाबा बैठे गाये गाना ।।
भजिया पूड़ी सबको भाये । गरम गरम चटनी सँग खाये ।।
टोपी पहने काँपे लाला । आँखों में है चश्मा  काला ।।
आते झटपट खोले ताला । राम नाम की जपते माला ।।
बच्चे आते शोर मचाते । लाला जी को बहुत सताते ।।
धूम धड़ाका करते बच्चे । लेकिन मन के बिल्कुल सच्चे ।।
ताजा ताजा फल को खाओ । रोज सबेरे घूमने जाओ ।।
सुबह शाम अब दौड़ लगाओ । बीमारी सब दूर भगाओ ।।


                          महेन्द्र देवांगन माटी ( शिक्षक) 
                          गोपीबंद पारा पंडरिया 
                          जिला- - कबीरधाम 
छत्तीसगढ़ 
8602407353

mahendradewanganmati@gmail.com 


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