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शुक्रवार, 16 अक्टूबर 2020

प्रभुदयाल श्रीवास्तव की बाल कविता पिकनिक




लालू, कालू मोहन,सोहन,

चलो वलें अब पिकनिक में|

लीला, शीला, कविता, रोशन,

चलो चलें अब पिकनिक में|

 

ले जाएंगे आलू बेसन,

चलो चलें अब पिकनिक में|

वहीं तलेंगे भजिये छुन-छुन,

चलो चलें अब पिकनिक में |


चलकर सीखेंगे योगासन,

चलो चलें अब पिकनिक‌ में|

योगासन पर होगा भाषण,

चलो चलें अब पिकनिक में|

 

प्रिंसिपल होंगे मंचासन,

चलो चलें अब पिकनिक में|

रखना है पूरा अनुशासन,

चलो चलें अब पिकनिक में|

गाएंगे सब बच्चे गायन,

चलो चलें अब पिकनिक में|

लाओ अपने अपने वाहन,

चलो चलें अब पिकनिक में|

 

मनमोहन मनभावन है दिन,

चलो चलें अब पिकनिक में |   

नदी किनारा लोक लुभावन ,

चलो चलें अब पिकनिक में 




प्रभूदयाल श्रीवास्तव 

१२ शिवम् सुंदरम नगर छिंदवाड़ा म प्र



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