प्रिन्सेज डाॅल आज बहुत खुश है । उसके चाचा चाची, अपनी प्यारी बेटी मोनिका डॉल के साथ आये हैं । मोनिका, प्रिन्सेज के बराबर के उम्र की ही है । चाचा जी प्रिन्सेज डाॅल के लिए बहुत सारे गिफ्ट्स भी लाए हैं । इलेक्ट्रॉनिक खिलौने इलेक्ट्रॉनिक ट्रेन के इंजन एक रोबोट। प्रिन्सेज ने वैसा रोबोट पहले कभी नहीं देखा था । मास्क ऐसा कि पहनने के बाद एकदम रूप बदल जाए। चाकलेट कैन्डीज भी बहुत डेलिशस हैं । कल मैरी क्रिसमस है न । आज तो सैंटा क्लाॅज का भी इन्तजार है।
प्रिन्सेज को यह देख कर बहुत आश्चर्य हुआ कि चाचाजी और चाचीजी फ्रांस मे रहने के बावजूद भारत के खाने को बहुत चाव से खा रहे हैं । वे लोग पिछ्ले वर्ष कई सालों के बाद भारत आए हैं उसके जन्म के बाद शायद पहली बार ही वे भारत आए थे । उसने तो पहले कभी नहीं देखा था इन लोगों को । मोनिका हिन्दी जानती है पर ठीक से अब भी बोल नहीं पाती है । प्रिन्सेज को कोई तकलीफ नहीं है वह तो अंग्रेजी जानती है उसके स्कूल में अंग्रेजी में ही पढाई लिखाई की जाती है । बच्चे भी आपस में अंग्रेजी में ही बातचीत करते हैं । फिर कोई बाहर से ही क्यों न आया हो प्रिन्सेज के स्कूल के बच्चों को कोई तकलीफ नहीं होती है । हाँ बोलने के तरीके अलग अलग हैं ।
मोनिका डॉल को भारत आने पर बहुत तकलीफ हो रही थी । यहाँ पर भी करोना का प्रकोप है। वह यहाँ भी कहीं बाहर नहीं जा सकती है। इतने मे प्रिन्सेज की बिल्ली 'पूसी' आकर मोनिका की गोद में बैठ गई । मोनिका को बहुत अच्छा लगा । मोनिका डॉल ने प्रिंसेस डॉल को बताया कि पेरिस में उसके पास भी एक मोटा बिल्ला था जिससे वह खेलती थी । पूसी को देखकर वह उदास हो गयी उसे भी अपने बिल्ले की याद आ गई थी। मोनिका डॉल ने प्रिंसेस डॉल से कहा तुम्हारी पूसी तो बहुत छोटी सी है मेरा बिल्ला राफी बहुत स्ट्रांग बिल्ट का है। प्रिन्सेज ने कहा कि लेकिन मेरी पूसी भी कमजोर नहीं है शेर से पंगा ले चुकी है और बदमाश जादूगर की नाक पर भी इसने झपट्टा मारा था । मेरी बहुत मदद करती है । मोनिका को वफादार पूसी पर बहुत प्यार आया । तब तक प्रिन्सेज की मम्मी पूसी के लिए एक कटोरी में दूध रोटी ले आई और पूसी ने उसे चपर -चपर खा लिया ।
प्रिन्सेज डाॅल बहुत खुश थीं । इस बार घर मे खूब चहल पहल थी । पापा एक्समस ट्री लेकर आये थे। उसमे लाइट लगाई गई ट्री को सजाया गया । कैम्प फायर हुआ सब लोग आग के सामने खूब नाचे गाए । रात के बारह बजे प्रमुख केक काट कर प्रभु ईसामसीह का जन्मदिन मनाया और फिर सब लोग खाना खाकर सो गए । प्रिन्सेज डाॅल और मोनिका जब सुबह सोकर उठे तब प्रिन्सेज के सिरहाने पर एक यूनीकार्न ( साफ्ट ट्वाय) रखा हुआ था और मोनिका के सिरहाने पर एक राजस्थानी गुड़िया रखी थी । दोनो बच्चे बहुत खुश हुए और उन्होंने सैन्टा क्लाॅज को बहुत धन्यवाद देकर मैरी क्रिसमस मनाया। दोनो परिवारों मे उपहारों का आदान-प्रदान हुआ । बच्चो ने गाने गाए । पहेलियां चुटकुले सुनाए गए । ठंडक बढ़ रही थी । चाचा, चाची और मोनिका डॉल को दूर जाना भी था इसलिए खाने मे देर नहीं की गई । खाने के बाद वे सब लोग अपने घरों को चले गए
शरद कुमार श्रीवास्तव
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