पहन पैजनिया बंदरिया ने
ठुमका खूब -लगाया
दौड़-दौड़ कर मस्त हवा में
चूनर को लहराया
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मोहिनीअट्टम, भरतनाट्यम
कुचिपुड़ी दिखलाया
घूम-घूम कर उसने सुंदर
घूमर नाच दिखाया
पीली-पीली बांध के पगड़ी
मस्त भांगड़ा पाया
पहन पैजनिया--------------
गोपी का परिधान पहनकर
रास नृत्य दिखलाया
कभी डांडिया करके उसने
अद्भुत रंग जमाया
करके लुंगी डांस सभी को
अपना दास बनाया।
पहन पैजनिया---------------
पश्चिम के कल्चर में ढलकर
बैले डांस दिखाया
भक्ति भाव में खोकर उसने
भक्ति नृत्य अपनाया
सच्ची श्रद्धा और लगन का
रूप हमें दिखलाया
पहन पैजनिया ---------------
देखा बच्चो बंदरिया ने
हमको यह सिखलाया
तन,मन,धनसे जिसनेसीखा
कभी नहीं पछताया
सोनू ,मोनू ,सबने मिल कर
मंत्र अनोखा पाया।
पहन पैजनिया--------------
वीरेन्द्र सिंह ब्रजवासी
मुरादाबाद/उ,प्र,
9719275453
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