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गुरुवार, 16 मई 2019

प्रभुदयाल श्रीवास्तव की बाल कविता : पिकनिक





लालू, कालू मोहन,सोहन,
चलो वलें अब पिकनिक में|
लीला, शीला, कविता, रोशन,
चलो चलें अब पिकनिक में|
 
ले जाएंगे आलू बेसन,
चलो चलें अब पिकनिक में|
वहीं तलेंगे भजिये छुन-छुन,
चलो चलें अब पिकनिक में  |

चलकर सीखेंगे योगासन,
चलो चलें अब पिकनिक‌ में|
योगासन पर होगा भाषण,
चलो चलें अब पिकनिक में|
 
प्रिंसिपल होंगे मंचासन,
चलो चलें अब पिकनिक में|
रखना है पूरा अनुशासन,
चलो चलें अब पिकनिक में|





गाएंगे सब बच्चे गायन,
चलो चलें अब पिकनिक में|
लाओ अपने अपने वाहन,
चलो चलें अब पिकनिक में|
 
मनमोहन मनभावन है दिन,
चलो चलें अब पिकनिक में |   
नदी किनारा लोक लुभावन ,
चलो चलें अब पिकनिक में




 प्रभुदयाल श्रीवास्तव 
१२ शिवम् सुंदरम नगर छिंदवाड़ा म प्र

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