कुछ न कुछ करते रहना है
खाली नहीं बैठना हमको ,
कुछ न कुछ करते रहना है |
कुछ न कुछ करते रहना है |
गरमी की छुट्टी में रम्मू,
प्यारे प्यारे चित्र बनाता |
उन्हें बेचकर मजे मजे से ,
रूपये रोज कमाकर लाता |
इन रुपयों से निर्धन बच्चों,
की उसको सेवा करना है |
प्यारे प्यारे चित्र बनाता |
उन्हें बेचकर मजे मजे से ,
रूपये रोज कमाकर लाता |
इन रुपयों से निर्धन बच्चों,
की उसको सेवा करना है |
लल्ली ने गरमी की छुट्टी,
एक गाँव में काटी जाकर,
कैसे पानी हमें बचाना ,
लौटी है सबको समझाकर |
निश्चित इसका सुफल मिलेगा ,
बूँद बूँद पानी बचना है |
एक गाँव में काटी जाकर,
कैसे पानी हमें बचाना ,
लौटी है सबको समझाकर |
निश्चित इसका सुफल मिलेगा ,
बूँद बूँद पानी बचना है |
उमर हुई अस्सी की फिर भी,
दादाजी सबको समझाते |
कचरा मत फेको सड़कों पर ,
कचरा बीमारी फैलाते |
दादाजी सबको समझाते |
कचरा मत फेको सड़कों पर ,
कचरा बीमारी फैलाते |
रोज बीनते कचरा पन्नी ,
कहते हमें स्वस्थ रहना है |
कहते हमें स्वस्थ रहना है |
होती रहती सदा भलाई |
तन तो स्वस्थ रहा करता है,
मन की होती खूब सफाई |
चिंता फ़िक्र दूर होती है,
बहता खुशियों का झरना है |
प्रभुदयाल श्रीवास्तव
१२ शिवम् सुंदरम नगर
छिंदवाड़ा म प्र
छिंदवाड़ा म प्र
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